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Thursday, 18 April 2019

Alcohol

https://drive.google.com/uc?export=view&id=1p3JqgHAtkk8jyrEi2KQ1tzPDLFxMeUg9

The most common substance abused across the globe. Alcoholic drinks sold legally in market therefore it is a substance which is mostly abused. Alcohol is central nervous system depressant as a result alcohol tends to reduce overall brain activity. A person who drinks often will certainly develops tolerance towards alcohol therefore he/she will require more quantity of alcohol to get same experience.

Now days the alcoholic drinks are frequently become part of every occasion. Consequently the tendency of drinking in people are certainly increasing. In other words the statistics shows a significant growth in alcoholics including minors in few last year.

Signs of addiction:

  • Having short term blackouts.
  • Feeling hung over when not drinking.
  • Sudden mood swings.
  • Making different excuses for drinking.
  • Drinking alone.
  • Isolation from family and friends.
  • Tremors/Shaking of hands when not drinking.

Long term effects:

  • Liver disease, cardiovascular disease, respiratory infections, nerve damage etc.
  • Cancer.
  • Poor performance at work place.
  • Relationship problems, anger issues.
  • Potential for committing crime.
  • Accidents

Saturday, 16 March 2019

Annihilation of Bad Habits through Yoga

SHRI GKS HEALING CENTER is one of the promising wellness centers in Central India. SHRI GKS HEALING CENTER is dedicated for a better future, through better health of our society. SHRI GKS HEALING CENTER is committed for welfare of each section of society.

Yoga has been around for ages, the word itself means combining as in Hindi Yog means addition. Here the word Yoga means to combine your body, mind and soul through meditation and posture. These postures also called asanas designed and developed for achieve body strength, health improvement and making our physical flexibility for meditation.

Yoga doesn’t mean to pressurize your body to limits in order to perform asanas like any physical workout routine will do. For performing asanas you should be always relaxed and try to do these asanas as per physical limitations with just breathing techniques. Very soon you will be delighted to see the development in performing those postures or asanas which may have seen impossible to do at starting. No Yoga instructor will ever tell you to put extra pressure on your body.

Yoga is most simplest and holistic way of healing of both mind and body. The various breathing techniques practice in yoga known as Pranayam with meditation will help releasing stress and anxiety on daily basis. These techniques help in calming nervous system where as the different postures or asanas will release tension in muscles, improve digestion and helps to eliminate toxins from your body. With regular practice of Yoga symptoms of asthma seems to lighten in patients along with high blood pressure and joint aches.

Yoga also helps in overcoming bad habits. Everybody  whom are trying to recover from bad habits or trying to give up their habits always go through sleeping disorders and mood swings practicing Yoga on regular basis will help them in insomnia as well as controlling anger and anxiety for mood alterations. Yoga practice has become a successful tool in almost every wellness centers around the globe. Practicing Yoga also helps in suppressing cravings in recovering patients as it helps in detoxification of body and meditation helps in focusing with clear thoughts and relaxed mind.
Here are some of popular yoga styles.

·         Asthanga – Known as power yoga, a cardiovascular workout helps to build flexibility, muscle strength and stamina.

·         Bikram – This constitutes of total 26 postures which require stretching muscles, ligaments and tendons. This style helps in cleansing and detoxification.

·         Iyengar –This style more focuses on alignment of postures more precisely. This is very useful for the people recovering from severe injuries and chronic pain.

·         Kripalu – This is a slow breathing technique accompanied by movements.

·         Kundalini – The goal of this style to awaken the energy at base of spine which are the energy centers. This styles ivolves breathing techniques with chanting of mantras.

·         Viniyoga – This style combines breathing with alignment, based upon each individual.

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Thursday, 17 January 2019

मादक द्रव्यों (नशे) की लत 


"मादक द्रव्यों का सेवन करने वाले व्यक्तियों की कीमत काफी हद तक कम हो जाती है जिससे पूरे देश की प्रगति प्रभावित होती है"

मादक द्रव्यों का सेवन भारत में एक महामारी है। कोकीन,हेरोइन,अफीम और मारिजुआना जैसी स्ट्रीट ड्रग्स के दुरुपयोग के लिए व्यक्तियों को काफी लागत आती है, और इससे पूरा देश प्रभावित होता है।यह आश्चर्य की बात नहीं है कि मादक द्रव्यों इस हद तक बढ़गया है जब भी किसी व्यसनी व्यक्ति की बात आती है तो स्वास्थ्य, कानूनी, आपराधिक और व्यक्तिगत मुद्दों पर विचार करना पड़ता है जो अक्सर इसके मद्देनजर आते हैं।

नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरा की 2015 की रिपोर्ट के अनुसार प्रिस्क्रिप्शन ड्रग दुरुपयोग उच्च स्तर पर है, जिसमें कहा गया है कि दुरुपयोग ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी है और यह समस्या भारत में उत्तर-पूर्व और उत्तर-पश्चिमी क्षेत्रों में अधिक गंभीर है।

अगर आप किसी नशा पीड़ित व्यक्ति की मदत की करना चाहते हैं और कोई नशा मुक्ति केंद्र तलाश रहे हैं तो 9584565155 इस नंबर पैर कॉल करें 


युवा लोगों के लिए सस्ता और आसान समाधान


युवाओं और कॉलेज के छात्रों के बीच शामक के रूप में फार्मास्यूटिकल्स का उपयोग अधिक आम है। इन सस्ती और आसानी से उपलब्ध दवाओं को काउंटर पर छात्रों द्वारा खरीदा जाता है।एक केमिस्ट स्टोर के मालिक, नवीन ने कहा, "यंगस्टर्स नींद की गोलियां, इबुप्रोफेन और यहां तक ​​कि सीरिंज का उपयोग करने के लिए आते हैं। अगर हम मना करते हैं, तो वे आक्रामक हो जाते हैं और लड़ाई लड़ते हैं।"

मेडिसिन प्रिस्क्रिप्शन के बिना बिक्री 


जिन दवाओं का दुरुपयोग किया जाता है उनमें एस्पिरिन, डिस्प्रिन, इबुप्रोफेन, कफ सिरप और कुछ अन्य शामक शामिल हैं। नियमों के अनुसार, ये दवाएं बिना नुस्खे के नहीं बेची जा सकती हैं, लेकिन इस समस्या का अब तक समाधान नहीं हो सका है।ऑल इंडिया केमिस्ट्स एंड डिस्ट्रीब्यूशन फ़ेडरेशन के अध्यक्ष कैलाश गुप्ता ने कहा, "हम निरंतर जाँच और संतुलन बनाए रखने की कोशिश करते हैं, लेकिन ऐसी चीज़ों पर नियंत्रण रखना कठिन है। ऑनलाइन दवाइयाँ बेचने वाली नई वेबसाइट्स ने भी इस समस्या को बढ़ा दिया है।"

मादक द्रव्यों के सेवन के लघु और दीर्घकालिक प्रभाव


ड्रग्स मानव शरीर के विभिन्न हिस्सों को उत्तेजित करके काम करते हैं, जिसमें मस्तिष्क के कुछ क्षेत्र शामिल हैं। दवाओं के कई अलग-अलग प्रकार और वर्गीकरण विभिन्न प्रकार के अल्पकालिक प्रभाव पैदा करते हैं, लेकिन सबसे आम लोगों में हृदय गति में वृद्धि, उच्च रक्तचाप, चक्कर आना, कंपकंपी, मूड में बदलाव और व्यामोह शामिल हैं। उच्च खुराक में, अधिक खतरनाक प्रभावों के लिए जोखिम बढ़ जाता है, और दिल का दौरा, स्ट्रोक, श्वसन विफलता और कोमा की संभावना बढ़ जाती है।

लंबे समय तक मादक द्रव्यों के सेवन से मानसिक और शारीरिक प्रभाव पड़ सकते हैं जिन्हें हल करने के लिए उपचार की आवश्यकता होती है। इन प्रभावों में शामिल हो सकते हैं:

मानसिक उन्माद।
मनोविकृति।
प्रतिरक्षा की कमी।
अंग की क्षति।

अगर आप किसी नशा पीड़ित व्यक्ति की मदत की करना चाहते हैं और कोई नशा मुक्ति केंद्र तलाश रहे हैं तो 9584565155 इस नंबर पैर कॉल करें 


निर्भरता, दुर्व्यवहार और लत


नशीली दवाओं का उपयोग अक्सर मनोरंजन की तलाश के लिए शुरू होता है, ड्रग्स के नशे की लत के गुण मज़े में रहने का आदी बना देते हैं, किसी पदार्थ की निरंतर आवश्यकता किसी भी तर्कसंगत सोच को खत्म कर देती है।अंत में यह एक बेकाबू मजबूरी बन जाती है और एक व्यक्ति के रोजमर्रा के जीवन में हस्तक्षेप करने लगती है।यहां तक दवाओं का प्रभाव किसी व्यक्ति के शरीर और दोस्तों, परिवार के सदस्यों और सहकर्मियों के साथ संबंधों के लिए हानिकारक बन जाता है। मादक द्रव्यों के सेवन से कई दुष्प्रभाव होते हैं, हल्के शारीरिक दुष्प्रभाव जैसे मतली और निर्जलीकरण से लेकर काम से संबंधित परिणाम जैसे कम उत्पादकता, मादक द्रव्यों के सेवन के सबसे बड़े जोखिमों में से एक निर्भरता है।
NIDA के अनुसार, व्यसन एक स्थायी बीमारी है जिसके लिए निरंतर प्रबंधन की आवश्यकता होती है। व्यसनी "ठीक" कभी नहीं होते हैं; इसके बजाय, वे सीखते हैं कि अपनी बीमारी का प्रबंधन कैसे किया जाए ताकि वे स्वस्थ, संतुलित जीवन जी सकें।

ओवरडोज़ को समझना


ज्यादातर लोग जो नशीली दवाओं की लत से जूझते हैं। निरंतर उपयोग के बाद, दवा द्वारा शरीर कम और कम उत्तेजित होने लगता है।व्यक्ति उसी उत्तेजना को प्राप्त करने के लिए ओवरडोज़ का उपयोग शुरू कर देता है। हालांकि व्यक्ति को वह उत्तेजना महसूस नहीं होती, लेकिन दवा के हानिकारक गुण उसी मात्रा में नुकसान पहुंचाते हैं। यदि शरीर को दवाओं का एक स्तर प्राप्त होता है जिसे वह बर्दाश्त नहीं कर सकता है, तो यह अधिक मात्रा में होता है। जबकि कुछ ओवरडोज़ लगातार उपयोग के बाद होते हैं, वे एक दवा के एक एकल उपयोग के बाद भी हो सकते हैं।

ड्रग ओवरडोज के लक्षण और लक्षण शामिल हैं:

होश खोना।
बुखार या पसीना आना।
साँस लेने में तकलीफ।
असामान्य नाड़ी।
त्वचा के रंग में बदलाव।
यदि इनमें से कोई भी संकेत मौजूद हैं, या यदि आप मानते हैं कि कोई व्यक्ति ओवरडोज हो रहा है, तो तुरंत जीवन रक्षक चिकित्सा की तलाश करें।

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पुनर्वसन और व्यसन उपचार


स्वच्छ और शांत जीवन शैली की तलाश करने का निर्णय सुधार प्रक्रिया में सबसे महत्वपूर्ण चरणों में से एक है।

ड्रग्स का उपयोग बंद करने का निर्णय लेना किसी व्यक्ति के लिए एक कठिन निर्णय हो सकता है। यहां तक ​​कि अगर ड्रग्स किसी व्यक्ति के जीवन में व्यवधान पैदा कर रहे हैं, तो नशीले पदार्थों का दुरुपयोग करने की मजबूरी अक्सर छोड़ने की इच्छा पर काबू पाने की कोशिश करती है। हालांकि, अपने या अपने नशीली दवाओं के उपयोग की कठोर वास्तविकताओं के साथ व्यक्ति का सामना करना महत्वपूर्ण है।व्यक्ति को स्वयं पुनर्वास में रहने के लिए खुद को तैयार करना होगा। एक नशे की लत पुनर्वास कार्यक्रम शुरू करने से पहले पूर्ण निकासी या विषहरण आवश्यक हो सकता है। इस प्रक्रिया के दौरान, शरीर अपनी दवा-मुक्त अवस्था में समायोजित हो जाता है। कुछ डिटॉक्स कार्यक्रम इस प्रक्रिया के माध्यम से किसी व्यक्ति की मदद करने के लिए औषधीय दवाओं की नियंत्रित मात्रा का उपयोग करते हैं।
पुनर्वसन और व्यसन उपचार का मूल रूप से, लक्ष्य एक पूर्व व्यसनी को नशीली दवाओं से मुक्त जीवन में आसानी से संभव बनाने में मदद करना है। लत के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल किए जाने वाले उपचार विकल्पों में शामिल हैं:

मनोचिकित्सा, जो रोगियों को मजबूर करने और प्रतिरोध को पुनर्निर्देशित करने का तरीका जानने में मदद करती है।
सहायता समूह
व्यक्तिगत परामर्श

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Thursday, 10 January 2019

एक नशा पीड़ित और दुखद अंत 

यह भोपाल में संचालित श्री जी के ऐस  नाश मुक्ति केंद्र के 8 साल के दुखद अनुभवों में से एक कहानी है | 2017  जनवरी की एक शाम गुना से एक 40 -42  किलो का लड़का महेश नाम का केंद्र में भर्ती होने आया, हालत बहोत ज्यादा ख़राब थी पूछने पर पता चला की वह स्मैक , गांजा, भांग, चरस अदि कई प्रकार के नशे करता रहा है पिछले 3 साल से जिसके कारन उसकी पढाई भी छूट गई | महेश की उम्र लगभग 22 साल थी और वह नशे का पूरी तरह से आदी हो चूका था घर वालों के बहुत कहने पर वो 1 महीने का वादा ले कर केंद्र में इलाज के लिए भर्ती हो गया | इस एक महीने में महेश डेटॉक्स, योग , मैडिटेशन अन्य कई दैनिक गतिविधियों की सहायता से कुछ बेहतर हो गया और देखते देखते एक महीना बीत गया |  एक माह बाद जब परिजन मिलने आए तो उसका बेहतर स्वस्थ्य देख कर बहो खुश हुए पर महेश परिजनों से जिद करने लगा की वह ठीक हो गया है और उसकी छुट्टी संस्था से करवा कर उसे घर ले चलें अंततः परिजन उसकी बात का विश्वाश कर उसे घर ले गए जबकि संस्था के कर्मचारियों ने समझाया था की अभी वो मानसिक तौर पर ठीक नहीं हुआ है अगर वह इलाज के बिच में से जाएगा तो वह फिर से उसी नशे की गिरफ्त में जा सकता है | 

महेश के x-Ray का एक फोटो 

करीब 1 साल बाद महेश का नशा मुक्ति केंद्र के एक कर्मचारी पर फ़ोन आया कि वह भोपाल में ही है और उसे मदत की जरुरत है तो वह कर्मचारी उसे केंद्र पर ले आया इस बार महश की हालत पहले से भी ज्यादा ख़राब हो चुकी थी | महेश पुरे शरीर की नसों में इंजेक्शन लगा कर ख़राब कर चूका था, उसे बहुत अधिक बुखार था और महेश देर खड़ा भी नहीं हो पा रहा था अतः संस्था के सदस्यों ने उससे  केंद्र में रहने का वादा लेकर उसका इलाज करवाना बिना समय गवाए शुरू कर दिया 2 माह बीतते बीतते वह फिर से स्वस्थ होने लगा और  फिर दिवाली आ गई  से मिलने की जिद कर महेश दो दिन के लिए घर चला गया फिर वापस नहीं लोटा | घर बात करने पर पता चला की वो फिर से नशा करने  है और संस्था न जाने के बहाने बना रहा है | समय निकलता रहा महेश नहीं आया पर 3 महीने बाद महेश की बहन का फ़ोन आया की महेश की हालत बहुत ख़राब है वह इंदौर के किसी हॉस्पिटल में भर्ती है | खबर मिलते ही संस्था के कर्मचारियों ने हॉस्पिटल में डॉक्टर्स से संपर्क किया तो पता चला की महेश  बचने की कोई उम्मीद नहीं है नशे के इंजेक्शंस के कारन उसे HIV हो गया है और उसके फेंफड़ो मई भी बहुत इन्फेक्शन हो गया है , नशे के ओवरडोज़ के कारन उसका दिमाग भी काम करना बंद कर चूका है और शाम तक महेश के कष्ट भरे जीवन के सफर की समाप्ति की दुखद हमें मिली | 

जिस तरह से आज हमारे देश में युवाओं का नशे की तरफ रुझान बढ़ रहा है वह वाकई बहुत गंभीर विषय है। वह युवा जिसे हम अपने देश की शक्ति मानते हैं ,जिसे हम अपने देश का उज्जवल भविष्य मानते हैं उसे आज नशे के कीड़े ने इस तरह जकड लिया है जैसे अजगर अपने शिकार को जकड़ता है और फिर मौत के बाद ही अपने शिकार को छोड़ता है। 

अगर आप नशा नहीं करते तो आप बधाई के पत्र हैं। 

सामर्थ कुमार डण्डौतिया 
भोपाल, मध्य प्रदेश   

Friday, 23 February 2018

nasha ek abhishap


क्या करें जब कोई अपना फंस जाए नशे की लत में ?

:- सम्बंधित व्यक्ति नशा मुक्ति का इरादा होना चाहिए या  उसे नशा छोड़ने के लिए सही प्रोत्साहन दिया जाए। 

लोग सुधर की बात करते हैं।  कुछ समय के लिए वे खुद में सुधर ले भी आते  हैं , लेकिन कुछ समय बाद वे फिर उसी चंगुल में  फसते  चले जाते हैं।  फिर यह सब अंतहीन तरीके से चलता रहता है। 

मैं ऐसे कई परिवारों को जनता हूँ जिनकी परेशानी हम शब्दों से नहीं बयां कर सकते। अगर कोई व्यक्ति नशे के चंगुल मई फंस जाए फिर वे कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए चाहे वह संगीन अपराध ही क्यों न हो।  अगर आपके बच्चे बड़े हो रहे हैं तो वे घर से बहार तो जाते ही होंगे या स्कूल -कॉलेज।  उन पर नजर रखने की जरुरत है।  मॉल लीजिये उन्होंने ऐसा कुछ किया और आपको पता चल गया  तो आप उन्हें शुरू मई ही रोक कर उनका ध्यान  लगा हैं।  क्यूंकि अगर बच्चे को यह सब करते हुए ज्यादा समय गुजर गया तो स्थिति आपके हाथ से निकल जाएगी।  फिर बच्चे या व्यक्ति को ठीक रास्ते पर लाना बहुत मुश्किल हो जाता है। ऐसे मामलों में सुधर का कोई विशेष तरीका नहीं है। नशा मुक्ति केंद्र कारगर होते हैं पर व्यक्ति के खुद क अंदर भी यहाँ भावना जागनी चाहिए की उसे भी सुधार कर अपनी जिम्मेदारियों को उठाना है। 



Tuesday, 20 February 2018

Nasha mukti kendra bhopal


what is drug addiction treatment ?

Drug treatment intended to help addicted individuals stop compulsive drug seeking and use. treatment can occur in a variety of settings, take many different forms, and last for different lengths of time. Because drug addiction is a typically a chronic disorder characterized by occasional relapses. A short term, or one-time treatment is usually not sufficient. For many treatment is a long-term process that involves multiple interventions and regular monitoring.



Drug addiction treatment can medications, behavioral therapies or their combination.

shri gks nasha mukti kendra
behind aura mall gulmorar
colony Bhopal (M.P.)
9584565155, 9074264911